अजब गजब: पृथ्वी पर आया था ऐसा दौर, जब 20 लाख साल तक होती रही थी बारिश, वैज्ञानिकों ने बताया इसका कारण
- पृथ्वी के रहस्य को लेकर वैज्ञानिकों ने की रिसर्च
- 20 साल तक होती थी बारिश
- ज्वालामुखी का उत्सर्जन था मुख्य कारण
डिजिटस डेस्क, भोपाल। दुनिया में आज भी कई चीजों को लेकर ऐसे रहस्य मौजूद है, जिन्हें आज तक सुलझाया नहीं जा सका हैं। जब हम इनके बारे में सुनते या पढ़ते है तो इस पर यकिन कर पाना काफी मुश्किल हो जाता है। हमारी पृथ्वी में कई तरह के अजीबोगरीब और रोचक रहस्यों से भरपूर हैं। इसे जानने के लिए वैज्ञानिक कई तरह की रिसर्च करते रहते हैं। हाल ही में पृथ्वी से जुड़ी एक स्टडी के बारे में खुलासा हुआ है। जिसमें बताया गया है कि हजार साल पहले एक दौर ऐसा भी आया था, जब पृथ्वी पर लाखों वर्षों तक बारिश हुई थी।
इस बारे में जानकर वैज्ञानिक खुद हैरत में पड़ गए हैं। उस दौर में पृथ्वी पर लोगों का जीवन्यापन भी काफी अच्छा माना जाता था। वैज्ञानिक इस बारे में पता नहीं लगा पाए हैं कि पृथ्वी पर यह सब कैसे और क्यों हुआ है। हालांकि, अब वैज्ञानिकों ने इस बात का दावा किया है कि उन्होंने इस रहस्य के बारे में पता लगा लिया है।
साल 1970 और 1980 में हुई थी स्टडी
दरअसल, पैंजिया महाद्वीप में लगभग 20 से 30 करोड़ वर्ष पहले का यह दौर था। उस समय पृथ्वी पर एक ही महाद्वीप ही पाया जाता था। इस लेकर वैज्ञानिकों ने बताया कि आज के समय जितने भी महाद्वीप है वह उस दौर में पैंजिया महाद्वीप में शामिल थे। वैज्ञानिकों ने आगे बताया कि इस दौर में लगभग 10 से 20 लाख साल तक बारिश हुई थी।
इस बारे में सबसे पहले साल 1970 और 1980 में एक स्टडी की गई थी। पृथ्वी के इस रहस्य का पता लगाने के लिए भूवैज्ञानिकों ने 23.2 से लेकर 23.4 करोड़ साल पुरानी चट्टानों के बारे में स्टडी किया। इस रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों ने दो अलग टीम बनाई थी। पहली टीम ने आल्पस की पुरानी परतों के बारे में अध्यनन किया। तो, दूसरी टीम ने ब्रिटेन में मौजूद पुरानी चट्टानों के अध्यनन में जुट गई। दूसरी टीम को एक जैसे ही नतीजे प्राप्त हुए थे। उस दौर में पृथ्वी पर लंबे समय तक आकाल की स्थिति पैदा हो गई थी। साथी ही, वहां पर बारिश भी होती रही थी।
कई ज्वालामुखी का हुआ था उत्सर्जन
दुनिया में हजारों साल पहले डायनसोर का भी युग रह चुका था। इस दौर में कार्नियन प्लूवियल और कार्नियन प्लविय से जुड़ी घटना का संस्करण हुआ था। इस दौरान कई सारे ज्वालामुखी का उत्सर्जन भी हुआ था। जिससे कई सालों तक बारिश हुई थी। इसके अलाव पृथ्वी में हवा में नमी और तापमान में भी काफी तेजी से बढ़ौतरी हुई थी। यही कारण है कि पृथ्वी पर लाखों सालों तक बारिश होती रही ती।
डायनासोर के बाद पृथ्वी पर विकसित हुए थे ये जीव
इस बारे में जर्नल ऑफ द जियोलॉजिकल सोसाइटी में एक स्टडी पब्लिश की गई थी। इसमें बताया गया था कि इस दौर में डायनासोर को काफी फायदा हुआ था। दरअसल, इस दौर में डायनासोर की विवधता में इजाफा आया था। पृथ्वी के इस रहस्यमयी दौर में डायनसोर के साथ-साथ कछुए, मगरमच्छ, छिपकलियों और स्तनपायी जानवर विकसित हुए थे।